कभी भी अपने आप को कम मत समझो - Motivational Story In Hindi 


        जिंदगी में कभी भी किसी और के साथ अपने आपकी तुलना नहीं करनी चाहिए।अगर ऐसा होता है तो तुम खुदको अपने ही नजरे में कम दिखाई दोगे। हर कोई एक जैसा नहीं होता और दूसरे के बोलने पर तो अपनी कीमत कभी मत आंकना , लोग अपनी औकात के हिसाब से सामने वाले की कीमत लगाने की कोशिश करते रहते है।  इसीलिए तो शायद ये कहावत बनी होगी की हिरे की कीमत तो सिर्फ जौहरी ही जानता है।  मै आपको एक कहानी सुनाता हु।  इस कहानी को  पढ़ने के बाद आप कभी भी अपने आपको दुसरो से तुलना करने की गलती नहीं करोगे।   
 

       एक शहर में एक साधु बाबा आये थे। बहुत ज्ञानी थे।  काफी साल तपस्या करने के बाद उन्होंने सिद्धि प्राप्त कर ली थी।  शहर में  बाबा आने की बात फ़ैल गयी।  बहुत सारे लोग अपने दुःख दर्द लेकर बाबा के पास आने लगे। बाबा अपने ज्ञान से उनकी समस्या का समाधान करते थे।  ऐसे ही एक दिन उनके पास उसी शहर का एक गरीब आदमी आया ।  उसने बाबा से कहा की बाबा        मै बहुत गरीब हु।  मै जो भी करने का प्रयास करता हु उसमे असफल हो रहा  हु।  बहुत सारे व्यवसाय में असफलता मिलने के वजह से मेरे सर के ऊपर बहुत बड़ा कर्ज हो चूका है।  कर्ज तो है लेकिन लोग भी बहुत बुरा बोलते है मेरे बारे में।  की इसे कुछ नहीं आता बेकार में अपना वक्त और पैसा ख़राब करता है। ये कुछ भी नहीं कर सकता , इसके बस का कुछ भी नहीं है।  हर दिन नयी परेशानी लेकर आ रहा है।  मेरे साथ ही ऐसा क्यों हो रहा है।  अब तो लग रहा है कि सारी परिशानियों को बस मेरा ही पता बताया गया है।  मेरी हर कोई निंदा करता है। 

       बाबा थोड़ा मुस्कुराये उसकी पूरी बात सुनी। सारी बात को सुनने के बाद बाबा ने उस आदमी के हाथ में एक पत्थर रखा।  बाबा बोले की ये एक चमत्कारिक पत्थर है।  तुम इसे लेकर जावो तुम्हारे पास 7 दिन है।  तुम्हे सिर्फ इसकी कीमत कितनी है ये जानना होगा. याद  रखो इसे बेचना  नहीं है , बस इसकी कीमत पता करनी है।  
वो आदमी ठीक है बोला और चला गया।  दूसरे दिन उठकर वो पत्थर की कीमत पता करने चल पड़ा । पास ही में एक व्यापारी रहता था।  पहले उसके पास जाने का उसने सोचा।  उस व्यापारी के पास जाकर उसने उसे वो पत्थर दिखाया। उसने उस पत्थर को ध्यान से देखकर बोला की, मै इसके 1000 रुपये दे दूंगा। कीमत सुनकर वो गरीब आदमी का चेहरा थोड़ा उतर गया। मन में ही बोला की सिर्फ एक हजार।  अब वो उससे भी बड़े एक बर्तन के व्यापारी के पास चला गया। उसने उनको वो पत्थर दिखाया और पूछा की इसकी कीमत कितनी होगी। उस व्यापारी ने भी उस पत्थर को बड़े ध्यान से देखा। पत्थर देखकर व्यपारी बोला की, ये पत्थर बड़ा सुन्दर और चमकदार है।मै इसके लिए 10 हजार देने को तैयार हु। आदमी सुनकर चौक गया पहला वाला व्यापारी तो 1 हजार ही दे रहा था और ये 10 हजार दे रहा है । इस पत्थर में जरूर कोई बात है। उसने अब शहर सबसे बड़े डायमंड के व्यापारी के पास जाने का सोचा। वो डायमंड के व्यपारी के पास गया और उनको वो पत्थर दिखाया।व्यापारी ने उस पत्थर को ध्यान से देखा। पत्थर देखकर व्यापारी चौक गया, और बोला की कहा से मिला तुम्हे ये पत्थर।  गरीब आदमी बोला की क्या हुआ ? व्यापारी बोला की इस पत्थर की कीमत तो मै मेरा सबकुछ बेचकर भी नहीं चूका सकता।  
       तो वो आदमी पत्थर लेकर वापस साधु के पास गया और जो कुछ भी हुआ साधु को बता दिया।  बाबा मुस्कुराते हुए बोले की , देखो इससे ये सिख मिलती है की हर कोई अपनी औकात के अनुसार कीमत लगता है। जो जैसा है उसे वैसे ही दुनिया दिखती है। तो कभी भी दुसरो की बातो पर ध्यान नहीं देना और अपनी तुलना कभी भी किसे से मत करना।   

       तो आप कभी भी किसी के साथ अपनी तुलना मत करना।लोगो की बेकार बातो पर भी ध्यान नहीं देना ।  खुद को जो पाना है उसीपर अपना ध्यान देना चाहिए। इस ब्लॉग में इतना ही।  धन्यवाद् |

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